Ayurveda online course के बारे में सोच रहे हैं तो Ayushyogi द्वारा संचालित Ayurveda training program में सम्पर्क कर आज ही से अपने आप को स्वस्थकर जीवन जीने के लिए समर्पित करें । beginner Ayurveda student के लिए यह बेहद अच्छा platform है। आयुर्वेद पढ़ने के लिए आपके लिए आवश्यक यह नहीं है कि आप किस पुस्तक को priority देंगे बल्कि यहां बेहद जरूरी है की आयुर्वेद को किस विधि से पढ़ा और समझा जाए। इसके लिए सर्वप्रथम आपको यह जानना होगा की basic Ayurveda है क्या चीज।
सर्व विदित है की चरक संहिता ही आयुर्वेद का प्रमुख चिकित्सा शास्त्र है। चरक संहिता व्यक्ति को अत्यंत सरल भाषा में आयुर्वेदिक चिकित्सा का चिकित्सा विधि सूत्रात्मक तरीका से समझाता है इसीलिए
हम प्रतिदिन चरक संहिता के प्रत्येक अध्याय के ऊपर Non BMS student को ख्याल में रखकर बारीकी से चर्चा करेंगे
यहां से हम आयुर्वेद विषयक सामान्य जानकारी को सीखेंगे
संपूर्ण चरक संहिता पढ़ने के बाद विद्यार्थियों में आयुर्वेद के प्रति विशिष्ट जानकारी मिलना शुरू हो जाता है उसके बाद हम मंत्र चिकित्सा विधि सीखने के बाद फिर रसायन निर्माण के बारे में प्रैक्टिकली गुरु के सम्मुख बैठकर निर्माण विधि को सीखेंगे जिसमें आप सीख पाएंगे
Ayushyogi में पढ़ने वाले आयुर्वेद विषयक विद्यार्थियों को किसी अच्छे और प्रामाणिक आयुर्वेदिक संस्थान में एडमिशन दिलाकर exam में बेठाया जाता है वहां से certificate प्राप्त कराकर आप को आयुर्वैदिक वैद्य बनाने का संकल्प के साथ आयुष योगी आगे बढ़ रहा है।
आयुर्वेद की चर्चाएं बहुत होती है। समाज में बहुत सारे चीजों को आयुर्वेद के साथ जोड़कर देखा जाने लगा है मगर आयुर्वेद क्या है यह भेद कम ही लोग जानते हैं। लोगों के समझ में बस आयुर्वेद की प्रति इतनी ही बातें हैं कि कोई एक चिकित्सा पद्धति है जिसमें जंगलों से झाड और पत्तों को उखाड़ तोड कर कूट पीसकर रोगी को खिलाया जाता है बस इसी को लोग आयुर्वेद समझते हैं लेकिन देखो चरक संहिता में आयुर्वेद की व्याख्या किस तरह से किया गया है।
शरीरेन्द्रियसत्वात्मसंयोगो इति आयुः
इस सूत्र के साथ यदि हम आगे बढ़ेंगे तो हमें आयुर्वेद का महत्व और मकसद बेहतर समझ में आएगा।
इस सूत्र का अर्थ होता है:-
इन चारों का आपसी ताल मेल जब तक सही तरीका से रहता है उतने तक को आयु कहा जाता है। इस आयु के कृयात्मक व्यवस्था को जनाने वाला आयुर्वेद है।
लोग आज आयुर्वेद पढ़ना नहीं चाहते या इससे दूर होते जा रहे हैं इसके पीछे आयुर्वेद के प्रति हो रहे negative campaign ही बड़ा कारण है जो अलग-अलग pathic के कंपनियां अपनी product को बेचने के लिए दूसरे pathic के व्यवस्थाओं को ध्वस्त करने में लगी है और कहीं ना कहीं सरकार भी इस क्रियाओं को श्रेय दे रही थी। और दूसरा कारण यह भी है की आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति बेहद पुराना और कष्टकर है।
इसके बगल में एलोपैथिक डॉक्टर लोगों को एक कैप्सूल खिलते ही सारा समस्या तत्काल खत्म करते जा रहे थे बेशक वह और सैकड़ो रोगों को उत्पन्न करने वाला हो लेकिन तुरंत अपने दुख को खत्म होते देख लोग उनकी ओर प्रभावित होते गए लेकिन सारांश यही है की आयुर्वेदिक चिकित्सा रोगों को जड़ मूल से नष्ट करने के लिए जाना जाता है।
अगर हम एक शब्द में आयुर्वेद के परिभाषा देना चाहे तो हम यह कह सकते हैं कि एक व्यक्ति जो स्वस्थ रहना चाहता है उसके कफ, पित्त, वातादि तीनों दोषों के आधार पर उसका दिनचर्या (सुबह उठने से रात सोने के बीच में किए जाने वाले स्वास्थ वर्धक क्रियाएं) ,ऋतुचर्या (मौसम के हिसाब से अनुकूल खान पीन का ख्याल रखना), सद्वृत्त ( व्यक्ति का सदाचार और शिष्टाचार ) , को संतुलित रखते हुए मन, आत्मा, इंद्रिय को संयम और पवित्र रखना ही आयुर्वेद का मूल संकल्प है।
ऐसा न करने से धीरे-धीरे तीनों दोष dis balance हो जाते हैं। परिणाम स्वरूप अनेक रोग शरीर तथा मन में पनपने लगते हैं ऐसे रोगों की उपचार करने के लिए जिस कारण से रोग हुआ है उसके गुणों का पहचान करते हुए द्रव्यों का चयन करना ही समूचा आयुर्वेद है।
हर व्यक्ति आरोग्य जीवन जीना चाहता है। रोगी होकर रहना भला कौन चाहता होगा। स्वस्थ रहने के लिए आपको स्वस्थकर जीवनचर्या जानना चाहिए।
Social site द्वारा भ्रामक प्रचार युक्त आयुर्वेदिक वीडियो से ज्ञान लेने से अच्छा है आप यथासंभव स्वस्थकर दिनचर्या के विषय में आयुर्वेद समझने के लिए किसी Ayurveda teacher से Ayurveda training लो।
क्योंकि जिस प्रकार से अंधा व्यक्ति दूसरे अंधे को गड्ढे में ही डाल देता है इसी प्रकार अज्ञानी द्वारा बताए विधि आपको भी ले डूबेगा। इन्हीं बातों को ख्याल रखकर हम लोगों ने Aayush Yogi Ayurveda online certificate course प्रारंभ किया है ताकि आप घर बैठे इस आयुर्वेदिक प्रशिक्षण का लाभ उठा सके।
यदि आप Ayurveda course : को bams किए बगैर ही किसी दूसरे- short term Ayurveda certificate course के माध्यम से अपने state में Ayurvedic treatment के लिए Ayurvedic clinic प्रारंभ करना चाहते हैं और इसके लिए आप एक प्रामाणिक Ayurvedic certificate course के बारे मे जानकारी ढूंढ रहे हैं साथ में कोई ऐसा platform जहां beginners को basic to advance level तक बेहद सरल भाषा में आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए महत्वपूर्ण Ayurveda course relevant fees लेकर सिखाते हो ऐसा online Ayurvedic training centre खोज रहे हैं तो आप Ayushyogi के सही website तक पहुंच चुके हो।
अब आप हमारे सभी सेवाओं के लाभ लेते हुए Ayushyogi Ayurvedic investigation and research - self diagnosis tool का इस्तेमाल अपने रोगियों के लिए सहज में रोग परीक्षण तथा सटीक आयुर्वेदिक चिकित्सा विधि को प्राप्त करने के लिए free में कर सकते हैं।
चिकित्सा के संदर्भ में चिकित्सकीय शास्त्र तो सीर्फ आयुर्वेद ही सर्वोपरि है। मगर शास्त्र का अभ्यास एक ही पद्धति से हो यह कोई जरूरी नहीं है। अनेक पद्धति से उत्पन्न हुए रोगों से लड़ने के लिए चिकित्सा पद्धति भी अनेक होने में दिक्कत क्या है।
तात्विक दृष्टि से देखें तो एलोपैथिक और आयुर्वेद में कोई फर्क नहीं है क्योंकि दोनों का उद्देश्य चिकित्सा ही तो है। जब पद्धति अलग होगी तो नियम और सर्ते भी अलग होंगे। एलोपैथिक दवाइयों के ऊपर अग्नि व्यापार नहीं होता यानी उसमें जिस प्रकार से आयुर्वेदिक दवाई शरीर के अंदर पहले अवस्थापाक फिर विपाक- फिर निष्ठापाक इस क्रम से जड़ी बूटियों में स्थित शक्तियों का विभाजन होता है। मगर एलोपैथिक का संबंध शरीर में इस तरह से नहीं रहता है यह सूक्ष्म स्वरूप में बगैर अग्निव्यापार हुए ही शरीर के अंदर प्रभावी रुप से प्रवेश कर जाता है। Ayushyogi Ayurveda online course में आपको इन सभी विषयों के ऊपर विस्तृत रूप से पढ़ाया जाएगा।
अब असली बात यहां से शुरू होगी :- यदि आप किसी कारणवश BAMS नहीं करना चाहते हैं तो फिर आप किस तरह से आयुर्वेद पड़ेंगे और आयुर्वेद पढ़कर क्या करेंगे क्या आपको भारत सरकार द्वारा चिकित्सा करने की अनुमति मिलेगी। तो इसका जवाब है आप BAMS के बगैर भी आयुर्वेद में काम कर सकते हैं लेकिन यदि BAMS नहीं करते हैं तो चिकित्सा में बहुत limitation रहेगा।
Other similar courses
BAMS ही आयुर्वेद का सर्वोत्तम Ayurveda certificate course है यदि आप इस कोर्स को नहीं कर सकते तो नीचे कुछ दूसरे Ayurveda course के बारे में चर्चा कर रहा हूं आप इनमें से किसी एक में admission लेकर वहां से certificate प्राप्त कर सकते हैं । लेकिन ध्यान देना यह सभी certificate आयुर्वेद के विषय में compounder बनने योग्य ही है मगर गांव में रहकर अपने घर में बगैर बोर्ड लगाए यदि आप काम करते हैं तो छोटे leval पर सामान्य जड़ी बूटियों से इस Ayurveda certificat द्वारा काम करने में कोई हर्ज नहीं है।
0 :- CCAT(certificate course in Ayurvedic therapy)
यह सभी नाम वाला Ayurveda online course अलग-अलग कॉलेज में चल रहा है । आप नजदीक के किसी college में जहां यह Ayurveda course चल रहा हो उनसे संपर्क करके alternative Ayurveda course को distance learning के रूप में Ayurveda certificate प्राप्त कर सकते हैं।
आयुर्वेद के अनेक ग्रंथ है लेकिन चरक संहिता ही आयुर्वेद का प्रमुख ग्रंथ है की गुरु के निकट रहकर ही आयुर्वेद के गंभीर विषय को समझा जा सकता है।
Understanding Ayurveda principal
आयुर्वेद एक बहुत विस्तृत विषय है इसको लिखते वक्त आचार्यों ने कुछ खास नियमों के साथ शब्दों को रखा है। जिसको न्याय या तंत्रयुक्ति इस शब्द से संबोधित किया जाता है आचार्य सुश्रुत ने तंत्रयुक्ति 32 प्रकार का बताई है :- जैसे आपने सुने होंगे।
यह सभी तंत्र युक्ति में प्रयोग किए जाने वाले शब्द समूह है ।आचार्य जब किसी विचार को एक बार लिखते हैं तो उन्होंने प्रयास किया है कि इस बात को दोबारा ना लिखा जाए मगर दोबारा इस बात को बताने के लिए उन्होंने तंत्रयुक्ति का प्रयोग किया है। जो विद्यार्थी आयुर्वेद पढ़ते वक्त इस तंत्र युक्ति भाषा को नहीं समझ पाते उन्हें आयुर्वेदिक बुक पढ़ना वैसा ही लगता है जैसा कोई tasteless problem से ग्रसित व्यक्ति को पकवान खिलाकर स्वाद पूछा जा रहा हो।
इसीलिए आयुर्वेद पढ़ने का सबसे सरल तरीका यही है कि कोई अच्छे और विधिपूर्वक पढ़ने वाले best Ayurveda teacher के निकट जाइए या AayushYogi online Ayurveda certificate course के माध्यम से आप इसको विधिपूर्वक सीख सकते हैं।
Ayushyogi से आयुर्वेद पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कुछ खास benefits - Ayushyogi के माध्यम से मिलता है जैसे:-
✓ Ayurvedic self investigation tool from website
यदि आपने हमारे Ayurveda online course को enroll किया हुआ है और class में आ रहे हैं तो यह Ayurveda investigation self diagnosis tool आपके लिए बिल्कुल free है
✓ share friend & get big reward
एक बार course के amount देने के बाद दोबारा आप course खरीदते वक्त अधिक पैसा खर्च करना नहीं चाहते तो Ayushyogi ने इस बात का भी बखूबी ख्याल रखा है।
अब आप अपने Facebook WhatsApp Twitter आदि social site में Ayushyogi के share friends and get big reward को share करेंगे तो वहां से unlimited amount कमा सकते हैं ।
इस पेज का इस्तेमाल आप हमारे किसी भी course or product को खरीदने के लिए प्रयोग कर सकते हैं ( मगर कुछ नियम लागू होगा)
✓ Ayurveda certificate course - fee- 70000 /- duration 2 year - Bharat Sevak samaj certificate with online class
✓ Ayurveda basic to advanced level classes
Fee - 500/-per month.. duration 2 year
✓ basic to advance Ayurvedic dietician course
Fee 3000/- duration 3 month
✓ medical astrology online certificate course
Class duration 3 month - package amount 5000/-
✓ telepathy and face reading online course
Class duration 21 days package amount 1100/-
✓ pulse diagnosis traditional certificate course
My special online class duration 41 days package amount 2500/-
online training course demo videos
Ayushyogi द्वारा संचालित Ayurveda Online training course - Non BMS student को आयुर्वेद के गंभीर विषयों को बेहद सहज भाषा मे online और ofline सीखाने के लिए जाना जाता है।
आयुर्वेद के प्रति रुचि रखने वाले दुनिया में बहुत सारे लोग आयुर्वेद का सही-सही जानकारी न होने के कारण उनके द्वारा जड़ी बूटियों का अत्याधिक उत्खनन तथा सर्वसाधारण को आयुर्वेद के प्रति अविश्वास हो रही है ।
ऐसे में AayushYogi online Ayurveda training center इन सभी लोगों को महज नाम मात्र के fee लेकर निरंतर आयुर्वेद सीखाता आरहा है ताकि समाज में आयुर्वेद का नाम उज्जवल हो।
वैसे तो भारत सरकार इन दीनों आयुर्वेद के ऊपर काफी कुछ अच्छे-अच्छे काम कर रहा है। भारत सरकार का इच्छा भी है कि आयुर्वेद का सारी दुनिया में प्रमोशन किया जाए। लेकिन बहुत सारे सामान्य वर्ग के लोगों को ऐसा लगता है की इस प्रकार के बड़े लेवल में महंगी BAMS जैसे Ayurveda course आयुर्वेद सेक्टर में होगा तो जंगलों में जड़ी बूटी collection करके सामान्य आयुर्वेद चिकित्सा करने वाले लोग इन व्यवस्थाओं से पूर्ण रूप से फायदा नहीं ले सकते क्योंकि उनकी आर्थिक और बौद्धिक सोच उस लेवल का नहीं है।
आने वाले समय में Ayurveda and Unani sector में नौकरी का अधिक chance है। आयुर्वेद वास्तव में पुस्तकों का विषय नहीं है यह सिद्धांत और practical की समन्वय है। यदि कोई व्यक्ति इन दोनों चीजों से निरंतर अभ्यास करता है तो बगैर BAMS भी वह इस sector में बहुत कुछ हासिल कर सकता है । ऐसे में Ayushyogi लोगों को basic level से ही धीरे-धीरे ayurved की हर गहराइयों तक समझाते हुए सर्व सामान्य लोगों को ayurved की जानकारी देता है ताकि बगैर BAMS करने वाले लोग भी इस sector में अपना कमाल दिखा सके।
क्योंकि हम जानते हैं कदर certificate का नहीं skill का होता है।
Ayushyogi ने हर तरह के अपने Ayurveda student को Ayurveda के प्रति आकर्षित करने के लिए अनेक प्रकार के व्यवस्थाएं किया हुआ है। वैसे तो दुनिया में free जैसा कुछ नहीं होता लेकिन बहुत सारे लोग आर्थिक कमजोरी के कारण निरंतर प्रशिक्षण के लिए निश्चित fee जमा नहीं कर सकते इसको ध्यान में रखकर हमने website में share and get reward का option दिया हुआ है। अब कोई भी इस option का उपयोग करके वहां से amount कमा सकते हैं और उस amount का उपयोग हमारे किसी भी AayushYogi online Ayurveda course और product खरीदने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस कोर्स में आप चरक संहिता,सुश्रुत संहिता, अष्टांग संग्रह, माधव निदान, द्रव्य गुण विज्ञान, काय चिकित्सा इन सभी आयुर्वेदिक महत्वपूर्ण पुस्तकों को आधार बनाकर विद्यार्थियों को आसानी से समझ में आ जाए उस हिसाब से पढ़ाया जाता है। यह सभी विषय समझने के लिए आजकल 2 साल के हिसाब से class में विद्यार्थी आ रहे हैं इतने दिन में एक सामान्य आदमी जिसको आयुर्वेद का ABCD भी मालूम ना हो वह भी देखते देखते आयुर्वेद का master बन जाता है।
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