Nadi Vaidya बनकर समाज में नाड़ी परीक्षण द्वारा आयुर्वेद का प्रतिष्ठा बढ़ाते हुए monthly डेढ़ से 2 लाख तक शुद्ध कमाई करना चाहते हैं तो यह post आपको जरूर end तक पढ़ना चाहिए।
Unlock holistic wellness: enroll in our 41-day online Nadi Vaidya workshop with a comprehensive diagnosis brochure.
यदि आप आयुर्वेद में रुचि रखते हैं मगर आपने BAMS नहीं किया है तो आपको Nadi Vaidya Dronacharya ji से जरूर संपर्क कर लेना चाहिए। क्योंकि बगैर BAMS किये beginners विद्यार्थियों को सही तरीका से पढाने में नाडी़ वैद्य द्रोणाचार्य जी expert है ।
आयुष योगी नाडी़ वैद्य बन्ना चाहने वाले विद्यार्थियों को किस प्रकार से पढ़ाते हैं कौन-कौन सा विषय उनके Nadi Baidha course में शामिल है जरा देखते हैं ।
Ayushyogi एक ऐसा platform है जिसको BAMS किए बगैर आयुर्वेद में अपना भविष्य तलाश करने वाले विद्यार्थियों के लिए बनाया गया है। Ayushyogi ऐसे वैद्यों को बेहद गंभीर और सहज भाषा में आयुर्वेद सीखाता है। ज्यादातर दूसरे माध्यमों से आयुर्वेद का certificate लेने वाले विद्यार्थी तथा युनानी,सिद्धा,होम्योपैथी पढ़ने वाले विद्यार्थियों को जब आयुर्वेद की समझ की आवश्यक होती है तो वह लोग online के माध्यम से Ayushyogi में admission लेते हैं।
Ayushyogi के संस्थापक वैद्य द्रोणाचार्य शास्त्री द्वारा संचालित इस व्यवस्था के माध्यम से आप अपने घर में रहते हुए online से चरक संहिता, माधव निदान, काय चिकित्सा, द्रव्य गुण विज्ञान, medical astrology, Nadi Vaidyam के लिए pulse diagnosis certificate course यह सभी बेहद गहराई से पढ़ सकते हैं। विगत अनेक वर्षों से Ayushyogi के विद्यार्थी देश-विदेश में रहकर आयुर्वेद में बेहतर सेवा प्रदान कर रहे हैं । यहां से नाड़ी परीक्षण सीख कर हजारों लोगों ने फायदा उठाया है।
2nd demo video
3rd demo video
यदि आप एक सच्चा Ayurvedic famous Nadi Vaidya बनना चाहते हैं और नाड़ी वैद्य द्रोणाचार्य जी द्वारा संचालित Ayushyogi का विद्यार्थी बनना चाहते हैं तो आप इन नीचे दिए गए पुस्तक को जरूर खरीदें । क्योंकि Ayushyogi में इन्ही पुस्तकों के ऊपर चर्चा की जाती है और यही आयुर्वेद का सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक भी है।
√ चरक संहिता
चरक संहिता आयुर्वेद का सबसे प्रथम और महत्वपूर्ण पुस्तक है आयुर्वेद समझ के लिए और कुछ पढ़ें या ना पढें लेकिन चरक संहिता जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि चरक ही वह Ayurveda book है जो Nadi Baidha के विद्यार्थियों को आयुर्वेद का गहरी समझ देता है।
√ रसतन्त्र सार व सिद्ध प्रयोग संग्रह
बेहद सहज सरल तथा प्रैक्टिकल भाषा में लिखा होने के वजह से यह पुस्तक आजकल हर छोटी बड़ी वही देते हाथ में दिखता है इसीलिए रस तंत्रासर व सिद्ध प्रयोग संग्रह यह पुस्तक सभी नाड़ी परीक्षण के प्रशिक्षण लेने वाले विद्यार्थियों के हात में होनी चाहिए।
√ काय चिकित्सा
नाड़ी परीक्षण सीखना चाहने वाले विद्यार्थियों के हाथ में काय चिकित्सा इस पुस्तक का होना भी जरूरी है । हालांकि चरक संहिता पढ़ने वाले विद्यार्थियों को इस पुस्तक की खास जरूरत नहीं पड़ती मगर सहज भाषा में सभी रोगों के बारे में आधुनिक मानकों के साथ लिखे होने के कारण से नाड़ी परीक्षण तथा आयुर्वेद समझने में सहज होगा।
√ माधव निदान
रोगों का diagnosis यानी रोग परीक्षण के लिए माधव निदान सर्वोत्तम पुस्तक है। नाड़ी परीक्षण करते वक्त जो रोग नाडी के माध्यम से समझ में आता है उसका विश्लेषण माधव निदान के द्वारा नाड़ी परीक्षण सिखाने वाले वैद्यों को करना होता है।
√ भावप्रकाश निघण्टु (द्रव्यगुण विज्ञान)
यदि आप आयुर्वेद में सफल होना चाहते हो तो ऊपर के सभी पुस्तकों को ध्यान से पढ़ना है और चिकित्सा में कौन से दवाई किस तरह से देना चाहिए इसके विषय में जड़ी बूटियों के गुणधर्म भी जानना जरूरी है। भाव प्रकाश निघण्टु जड़ी बूटियों का सही समझ आपको देगा इस book को भी आपने जरूर लेकर रखना है।
हालांकि सुश्रुत संहिता,सार्ङधर संहिता, अष्टांग हृदय etc भी बहुत सारे आयुर्वेदिक महत्वपूर्ण पुस्तक हैं लेकिन BAMS यदि आप नहीं करना चाहते हैं तो ऊपर दिए हुए पुस्तकों से आपका बहुत अच्छा काम चलेगा।
यदि आप आयुर्वेद और नाड़ी परीक्षण के प्रति रुचि रखते हैं तो समय बर्बाद ना करें तुरंत हमसे संपर्क करें । आपको Ayushyogi online course में नीचे दिए गए विषयों के ऊपर गहरी जानकारी दिया जाएगा।
१.देह प्रकृति के बारे में विस्तृत जानकारी
- प्रत्येक व्यक्ति का उठना बैठना खाना पीना उसकी सोच विचार और व्यवहार के ऊपर दोषों का प्रभाव रहता है। यदि मालूम पड़ जाए कि रोगी का शरीर को कौन सा दोष से तैयार हुआ है तो रोग परीक्षण तथा चिकित्सा करने में नाड़ी वैद्य को आसान होगा।
२.आयुर्वेद का मूल सिद्धांत का कफ पित्त वात और sub dosas के बारे में संपूर्ण जानकारी
आयुर्वेद तीनों दोषों के ऊपर निर्भर है। हर नाड़ी वैद्य को प्राण, अपान,व्यान,समान,उदान यह वायु का भेद है इसी प्रकार कफ और पित्त के भी पांच-पांच भेद होते हैं nadi vaidya course में इन सभी के ऊपर विस्तृत जानकारी के साथ radial arteries में इन सब sub dosas की पहचान करना सीखेंगे।
३.रस,रक्त जैसे सप्त धातुओं के बारे में बेहद विस्तृत जानकारी
हमारा शरीर साथ धातुओं से कार्यरत है। शरीर में रस रक्त मांस मेद अस्थि मज्जा शुक्र इस प्रकार से साथ धातु रहते हैं। इनकी खराबी से शरीर में रोग होता है। हम नाड़ी परीक्षण के माध्यम से इन्हीं धातुओं के गतिविधियों को पहचानने का प्रयास करना सीखेंगे।
४. शरीर के सभी अंग के बारे में जानकारी
धातु गतिशील होते हैं इन गतिशील धातुओं से स्थिर कोशिकाओं की निर्माण होती है यानी अनेक अंग का निर्माण होता है और इनका संचालन में भी धातुओं का ही प्रभाव रहता है हम दोष और धातुओं के माध्यम से शरीर के अनेक अंग जैसे kidney,liver , heart pericardium etc – आदि में होने वाली खराबी को नाड़ी परीक्षण के माध्यम से पहचानना सीखेंगे।
६. व्यक्ति द्वारा खाए हुए भोजन के बारे में नाडी़ द्वारा समझाने का प्रयास - जैसे दही दूध चावल बर्गर या अभी क्या खाकर आया है उसे नाड़ी परीक्षण द्वारा जानेंगे
- नाड़ी परीक्षण सीख कर आप हमारे यहां से certificate पा सकते हैं और कहीं भी Nadi Vaidya बनकर आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं।
- आप किसी भी सरकारी या गैर सरकारी आयुर्वेदिक संस्थानों में संपर्क करके वहां नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
- आप 1 महीने में एक से डेढ़ लाख रुपया आसानी से कमा सकते हैं।
- Class में प्रवेश पाने के लिए आपको अभी तुरंत फोन करना होगा call now:-8699175212 आगामी नाड़ी परीक्षण सत्र के लिए admission लेना होगा।
- आपको प्रतिदिन सिखाए जाने वाले class का videos और pdf हर रोज यहां से दिया जाएगा जिससे आप proper अभ्यास कर सकते हो
Elevate Your Well-Being: Enroll Today
Don't miss the opportunity to embark on a holistic journey toward well-being. Join our 41-day online Nadi Vaidya workshop and immerse yourself in the profound wisdom of Ayurveda. Enroll today to unlock the secrets of pulse diagnosis and pave the way to a balanced and harmonious life.
Ayushyogi हमेशा आपके आयुर्वेद से संबंधित अनेक ज्ञानवर्धन विषयों के साथ आपके सम्मुख उपस्थित रहेगा।
By:-Vaidya- Dronachary
मिर्गी (Epilepsy) का कारण केवल न्यूरोलॉ…
Explore an in-depth research paper on A…
Telepathy क्या होता है इस विषय में अधिक…
Top-Rated Ayurveda Doctor Near Me in Ja…
यदि आप भी भारत सरकार Skill India nsdc द…
Ayurveda Marma therapy is for balancing…
Panchakarma treatment के विषय में आज हम…
Non-BAMS students who have been working…
Ayurveda Beginners को आयुर्वेदिक विषय स…
Blood pressure जड् से खत्म होगा यदि आप …
Ayurveda online course के बारे में सोच …
tapyadi loha : ताप्यादि लोह मेरा सबसे प…
Bnys (bachelor of naturopathy and yogic…
Semicarpol या Semecarpus anacardium इस …
Explore the pulse diagnosis devic…
Sinusitis is a condition in which there…
At [Ayushyogi], we believe in the trans…
मिर्गी के रोगियों को परहेज के लिए इन वि…
चरक संहिता के अनुसार आयुर्वेदिक आवरण के…
Pitta Dosa is a term used in Ayurveda t…
Epilepsy is a chronic neurological diso…
Nadi pariksha:-Guru Dronacharya ji, who…
Easy way to understand Ayurvedic slokas…
alopecia areata treatment in Hindi इन्द…
100 Epilepsy patient के ऊपर आयुर्वेदिक …
how nature affects herbs: deep relation…
If a Yoga teacher also studies Ayurveda…
Dashmularishta के अनेक फायदे आपने जरूर …
Ayurveda online course for beginners. A…
there are three doshas, Kapha, Pitta, a…
Nabaz Dekhne ka Tarika सीखने के लिए आपक…
Ayurvedic Dietician की मांग दुनिया में …
श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को हिंदू धर्मावलं…
Indian Famous Nadi Vaidya was asked abo…
Medical astrology online course:- Do yo…
Nadi vaidya Certificate Course in Nepal…
Epilepsy Treatment संभव है। Epilepsy जि…
Mirgi ka dora:-अपस्मार चिकित्सा विधि &b…
Prakriti pariksha आयुर्वेद का महत्वपूर्…
CCAT Course (Certificate course in Ayur…
Rakta Mokshan:- Rakta mokshna चिकि…
50th,Charakokta Mahakashaya Articles 50…
Advance Nadi Pariksha Course सीखने के इ…
Diabetes Mellitus मधुमेह और प्रमेह क्या…
सभी रोगों का नामाकरण करना सम्भव नहीं हो…
Pulse diagnosis course:-To learn …
About:- pulse diagnosis course:- p…
Swedopag mahakashaya स्…
स्नेहोपग महाकषाय 50 महाकषाय मध्ये सवसे …
Dhatu Bikar विकारो धातुवैषम्यम्: &…
Shukrajanan Mahakasaya शुक्र…
Stanyajanana Rasayanam चरक संहिता…
Vishaghna Mahakashaya:- विषघ्न महाकषाय …
50th'Charak Mahakasaya;- इस आर्टिकल…
Kanthya Mahakashaya:- कण्ठ्य महाकषाय क्…
What is Balya Mahakashaya:-बल्य महाकषाय…
Deepaniya Mahakashaya:- दीपनीय महाकषाय …
Doot Nadi Pariksha दूत नाड़ी परीक्षण वि…
Sandhaniya Mahakashaya संधानीय महाकषाय,…
Bhedaneeya mahakasaya भेदनीय महाकषाय ले…
मिर्गी का अचूक इलाज के साथ Mirgi ke tot…
Lekhaniya Mahakashaya कफ के परमाणुओं को…
bruhaniya Mahakashaya कुपोषण नाशक मांस …
Jivniya Mahakashaya जीवनीय महाकाय …
Nadi parikcha Book Pdf: pulse dia…
Mirgi ka ilaj आयुर्वेद से करें।ऑपरेशन भ…
Panchkarm Vamana therapy आयुर्वेदिक चिक…
Indigestion Causes समय से पहले भोज…
Nadi Pariksha course:- Ayushyogi …
आइए rabies क्या है | इसका कारण लक…
Diploma in Naturopathy and Yogic Scienc…
Vedic Medical astrology द्वारा हम कैसे …
Feeble lung pulse को आयुर्वेद में कमजोर…
जब हम किसी सद्गुरु के चरणों में सरणापन…
New born baby massage oil बनाने और अलग-…
mirgi ke rogi: मिर्गी के रोगियों क…
अगस्ति या अगस्त्य (वैज्ञानिक नाम: Sesba…
भोजन के चरण बद्ध पाचन के लिए जो क्रम आय…
malkangani क्या है:- what is jyot…
अपने हेतुओं से उत्पन्न दोष या व्याधि को…
चरक संहिता को महर्षि चरक ने संस्कृत भा…
अगर आप भी Nadi pariksha online course क…
Mirgi की आयुर्वेदिक दवा के रूप में प्…
आरोग्यवर्धिनी वटी: मांसवह स्रोतस और मेद…
Sitopaladi वात वाहिनी नाड़ियों पर…
अगर हम आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से दे…
Introduction
यदि चिकित्सक के पास…